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5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described

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भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ तुह्मरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै।। एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन https://shivchalisas.com

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